सोशल मीडिया में आजकल एक चुटकुला काफी पॉपुलर हो रहा है. एक तरफ हैं बॉलीवुड के स्टार खान्स, जो ईद, दीवाली और क्रिसमस जैसे त्यौहारों पर (यानी छुट्टी के दिन) अपनी फिल्म रिलीज़ करते हैं. वहीं दूसरी तरफ हैं साउथ के सुपरस्टार और भगवान माने जाने वाले रजनीकांत जिनकी फिल्म जब रिलीज़ होती है तो उस दिन छुट्टी डिक्लेयर हो जाती है. सुनने में अजीब जरूर लगता है लेकिन यह सच है कि साउथ के तमाम ऑफिसों में रजनीकांत की फिल्म कबाली की रिलीज़ के दिन छुट्टी कर दी गई थी. चेन्नई की तमाम छोटी-बड़ी कंपनियों ने बीती 22 जुलाई को हॉलिडे घोषित कर दिया था.
दुनिया भर में रजनीकांत की बहुप्रतीक्षित फिल्म कबाली रिलीज़ हुई. जिसका के्रज लोगों में भारत के साथ-साथ दूसरे देशों में भी दिखा. लोगों में के्रज इतना जबरदस्त था कि चेन्नई और मुंबई में फिल्म कबाली के पहले शो सुबह 4 बजे से 6 बजे के बीच दिखाए गए. इस फिल्म को दुनियाभर में बड़े पैमाने पर रिलीज़ किया गया है. फिल्म विश्लेषकों का कहना है कि पिछले एक दशक में ऐसा पहली बार हुआ है जब किसी फिल्म के रिलीज़ होने पर ऐसा क्रेज देखा गया हो.
रजनी के चलने का अंदाज, तेज तर्रार संवाद और एक्शन के अनोखे अंदाज़ से लोकप्रियता पाने वाले सुपरस्टार रजनीकांत का नाम सुनते ही दिमाग़ में एक्शन की घंटियां बजने लगती है. उनके करियर पर नज़र डालें तो इसमें कोई शक नहीं कि इस महारथी को उनके प्रशंसक भगवान के रूप में पूजते हैं.
मलेशिया की सरकार ने तो रजनीकांत के सम्मान में स्पेशल स्टैम्प (डाक टिकट) भी जारी कर दिया है. फिल्म मलय भाषा में भी रिलीज़ हुई तो इस दक्षिण एशियाई देश ने रजनी के सम्मान में ़खास कबाली स्टैम्प जारी की है. कबाली इतना बड़ा सम्मान पाने वाली पहली इंडियन फिल्म होगी.