सिडनी टेस्ट में भारत ने अपनी पहली पारी 7 विकेट के नुकसान पर 622 रन पर घोषित की थी. ऑस्ट्रेलिया ने इस विशाल लक्ष का पीछा करते हुए अपने कल के स्कोर विना किसी नुकसान के 25 रन से आगे खेलना शुरू किया और मार्कस हर्रिस और उस्मान ख्वाजा ने स्कोर को 72 रन तक पहुंचा दिया, लेकिन ख्वाजा एक बड़ा शॉट लगाने के चक्कर में कुलदीप यादव की फिरकी पर पुजारा द्वारा लपक लिए गए. ख्वाजा ने 27 रन बनाये.
ख्वाजा के आउट होने के बाद हैरिस का साथ देने लबुशान मैदान में उतरे. इन दोनों ने मिलकर स्कोर को 128 रन तक पहुंचा दिया, लेकिन रविन्द्र जडेजा की एक बहार जाती हुई गेंद पर शॉट लगाने के चक्कर में हैरिस क्लीन बोल्ड हो गए. हैरिस ने 79 रन बनाये. हैरिस के आउट होने के बाद ख़राब फॉर्म से गुज़र रहे शौन मार्श क्रीज़ पर आये, लेकिन वो आज भी कोई बड़ा स्कोर बनाने में नाकाम रहे. मार्श को रहाणे के हाथों कैच करवा कर जडेजा ने जल्द ही चलता किया. मार्श ने 8 रन बनाये.
दूसरी तरफ लबुशान आज लय में दिख रहे थे. जब उनकी आँखें जम चुकी थीं और लग रहा था कि वे कोई बड़ा स्कोर बनाने में कामयाब हो जायेंगे तभी वे भारतीय कप्तान विराट कोहली द्वारा बिछाए गए चक्रव्यूह में फँस कर शमी की रिवर्स स्विंग होती गेंद पर रहाणे द्वारा शानदार ढंग से लपक लिए गए.
ट्रेविस हेड को कुलदीप यादव ने एक फुलटॉस गेंद पर कैच एंड बोल्ड आउट किया और कप्तान टीम पेन को बेहतरीन ढंग से अपनी फिरकी की जाल में फंसा कर क्लीन बोल्ड किया. आज का खेल समाप्त होने तक पैट कोम्मिंस 25 रन बना कर पीटर होब्स्कोम्ब 28 रन बना कर क्रीज़ पर थे.
आज बारिश की वजह से खेल जल्द समाप्त हो गया, लेकिन आज खेल में भी भारत का पलड़ा भारी रहा. अब ऑस्ट्रेलिया इस टेस्ट मैच को जीतने के बजाये बचाने के लिए खेलेगा. बहरहाल, इस मैच को बचने के लिए ऑस्ट्रेलिया को अपने सबसे बेहतरीन प्रदर्शनों में से एक प्रदर्शन करना होगा. जिस तरह से मौजूदा ऑस्ट्रेलियाई टीम खेल रही है और पिच ने जिस तरह का व्यवहार करना शुरू कर दिया है उसे देखते हुए यह कहा जा सकता है कि कोई चमत्कार या बारिश ही मैच ड्रा करवाने में ऑस्ट्रेलिया की मदद कर सकते हैं.