देश की राजधानी दिल्ली में सेना के एक कैप्टन की सिर कटी लाश मिलने से हड़कंप मच गया है. मृतक कैप्टन की पहचान दिवाकर पुरी के रूप में की गई है. दिवाकर पुरी सेना की मेडिकल कोर का हिस्सा थे. हादसा उस वक्त हुआ जब कैप्टन दिवाकर पुरी अपनी 7 हफ्ते के एक कोर्स को पूरा करके लखनऊ से दिल्ली श्रमजीवी एक्सप्रेस से लौट रहे थे. बताया जा रहा है कि उनकी नई तैनाती जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुई थी.
कैप्टन डॉक्टर दिवाकर पुरी दिल्ली के रोहिणी इलाके के रहने वाले थे. उनकी पिछली पोस्टिंग लखनऊ में थी. डीसीपी रेलवे के मुताबिक ‘शुरुआती जांच में लग रहा है कि कैप्टन दिवाकर ने खुदकुशी की है. दिवाकर श्रमजीवी एक्सप्रेस ट्रेन से दिल्ली आते वाले वक्त सो गए थे. वह अपना सामान लेना भूल गए थे जो बाद मे RPF में जमा हो गया था, ट्रेन अटेंडेंट ने उनको जगाया तो वो ट्रेन से उतरकर चले गए. फिर 11 बजकर 20 मिनट पर कैप्टन दिवाकर की लाश ट्रैक पर मिली.
तो वहीं दूसरी तरफ दिवाकर पुरी के पिता का कहना है कि उनका बेटा खुदकुशी नहीं कर सकता है. उन्होंने बताया कि दिवाकर ने आर्मी की ट्रेनिंग करने के बाद एक पोस्टिंग भी की है और एक 7 हफ़्तों का कोर्स भी किया है. वो ना तो शादीशुदा था और ना ही उसका कोई प्रेम प्रसंग चल रहा था. घर मे भी कोई क्लेश नहीं था. ऐसे में कोई खुदकुशी कैसे कर सकता है यह समझ से परे हैं. हालाकिं पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.