भटक गए धरती के भगवान
सवा अरब से ज़्यादा आबादी वाले भारत में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की हालत किसी से...
सवा अरब से ज़्यादा आबादी वाले भारत में सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं की हालत किसी से...
भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी कर लेने के बाद कानपुर में स्वतंत्र...
किसी ने सच कहा है, मुद्दई लाख बुरा चाहे तो क्या होता है, वही होता...
अगस्त माह के पहले पखवाड़े में झारखंड एक बार फिर शर्मसार हुआ, जहां डायन होने...
मुंबई में ज़हरीली शराब ने एक बार फिर कहर बरपा दिया. बीते 17-18 जून को...
कृति-रिश्ते में छोटी-छोटी कहानियों में सिमटी बड़ी-बड़ी अर्थपूर्ण घटनाओं की एक लंबी फेहरिस्त है. सबका...
आम लिखो न खास लिखो, फूस लिखो न घास लिखो, और न कोई इतिहास लिखो,...
यह सवाल अक्सर उठता रहा है कि व्यंग्य क्या है, हास्य क्या है? व्यंग्य अथवा...
साहित्य की प्रत्येक विधा का अपना मिजाज है, अपना एक अलग रंग है. यदि कोई...
पुस्तक लिखना महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि महत्वपूर्ण है कि लेखक ने अपनी पुस्तक के जरिये...
आत्मकथा-हमारे पत्र पढ़ना की लेखिका, कवयित्री एवं कथाकार उर्मिल सत्यभूषण का जन्म पंजाब के गुरुदासपुर...
प्रत्येक लेखक-रचनाकार-कलाकार अपनी कृति-रचना-प्रस्तुति में वही कुछ कहने का प्रयास करता है, जो वह देश...
भइयालाल गली से गुजर रहे थे, तभी उनकी नज़र एक जगह चख-चख कर रहे कुछ...
क़रीब दो साल पहले की बात है, मेरे एक अग्रजवत वरिष्ठ सहयोगी ने आपसी चर्चा...
एक सवाल अर्से से मुझे अक्सर उलझाता रहा कि व्यंग्य आख़िर है क्या, व्यंग्य की...
भ्रष्टाचार तो हम भारतीयों के रक्त में सम्मिलित हो गया है. इसे हमारे समाज ने...
पिछले दो सालों के दौरान अखिलेश सरकार को जितनी चुनौतियां बाहर से नहीं मिलीं, उससे...
बड़े अजब-ग़ज़ब बयान आ रहे हैं देश के राजनीतिक गलियारे से. कोई कह रहा है...
बीते 5 जून को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में बीडीसी की बैठक के दौरान ब्लॉक...
एक अच्छी कोशिश हमेशा प्रशंसनीय होती है, लेकिन जब ऐसी कोई कोशिश नए और संसाधनों...
यह कौशल तिवारी की उस कविता की शुरुआती पंक्तियां हैं, जिसमें उन्होंने सड़क को आधार...
लोकमान्य बाल गंगाधर तिलक ने कहा था, मैं नरक में भी पुस्तकों का स्वागत करूंगा,...
किसान बदला नहीं लेता, वह सारे ज़ुल्म सह जाता है. वह तो स़िर्फ जीने का...
तमिलनाडु में जनता ने करुणानिधि और कांग्रेस गठजोड़ को एक सिरे से नकार दिया है....
कोई माने या न माने, लेकिन सच यही है कि कविता की कोई शास्त्रीय परिभाषा...
बात ज्यादा पुरानी नहीं है. यही कोई सात-आठ साल पहले मैं कानपुर (उत्तर प्रदेश) से...
कहते हैं कि जहां न पहुंचे रवि, वहां पहुंच कवि. सच भी है, कवि अपनी...
पति ने अपना मानसिक संतुलन क्या खोया, विजय रानी की मानों क़िस्मत ही रूठ गई....
वर्ष 1973 में आई फिल्म जंजीर का वह दृश्य याद कीजिए, जिसमें एक जोशीला नौजवान...
बीती 15 नवंबर को राष्ट्रीय राजधानी की एक अदालत ने एक ऐसे शिक्षक को एक...