नोटबंदी का विरोध करने वालों में अब वैसे लोग भी शामिल होने लगे हैं, जिन्होंने पहले इसका समर्थन किया था. ताजा मामला है एनडीए की सहयोगी पार्टी टीडीपी के मुखिया और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का. नायडू ने कहा है कि नोटबंदी पर जैसा सोचा गया था वैसा नहीं हुआ और अभी भी बहुत सारी समस्याओं का समाधान नहीं हो पाया है. चंद्रबाबू नायडू नोटबंदी पर केन्द्र सरकार द्वारा बनाई गई 13 सदस्यीय कमिटी के प्रमुख भी हैं.

नायडू ने मंगलवार को कहा कि जब तक इसके सुधार के लिए कदम नहीं उठाए जाएंगे लोग ऐसे ही कतार में खड़े रहेंगे. नोटबंदी के 40 दिनों से अधिक बीत जाने के बाद भी ढेर सारी समस्याएं हैं लेकिन अभी भी समाधान नहीं दिख रहा. नायडू ने कहा, मैं रोज 2 घंटे नोटबंदी से होने वाली समस्याओं से निपटने के लिए सिर खपाता हूं लेकिन अभी तक इसका कोई ठोस समाधान नहीं मिल पाया है.

उन्होंने कहा कि बैंक डिजिटल इकॉनमी के लिए पूरी तरह तैयार नहीं हैं. अब जब लोगों को नोटबंदी के कारण मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है.नायडू ने बातें टीडीपी के सांसदों, विधायकों, विधान पार्षदों और अन्य नेताओं के एक कार्यशाला को संबोधित करते कही.

गौरतलब है कि चंद्रबाबू ने नोटबंदी से पहले ही 12 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र भी लिखा था. जिसमें उन्होंने 500 और 1000 रुपये के नोटों को बंद करने की बात कही थी. प्रधानमंत्री मोदी के नोटबंदी की घोषणा करने के कुछ घंटों के बाद 9 नवंबर को टीडीपी ने जोर देकर श्रेय लेते हुये दावा भी किया था कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में यह नायडू की जीत है.

 

Adv from Sponsors

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here