एक तऱफ सरकार चाहती है कि राज्य का हर गांव पक्की सड़कों के माध्यम से ज़िला मुख्यालय से जुड़ जाए, लेकिन दूसरी तरफ उनके ही कुछ अधिकारी लूट खसोट में लिप्त दिख रहे हैं. मामला रोहतास ज़िले में ग्रामीण कार्य विभाग कार्य प्रमंडल, सासाराम द्वारा मुख्य मंत्री ग्राम सड़क योजना अंतर्गत बनाए गए सेमरा मध्य विद्यालय से पिपरी होते हुए कठडिहरी पथ में हुए अनियमितता की है. उक्त पथ का निर्माण 1 करोड़ 45 लाख 26 हजार 2 सौ रूपए की लगात से हुआ. पथ बनने के एक वर्ष बाद से ही टूटने लगा. ग्रामीणों द्वारा इसकी शिकायत वरीय पदाधिकारियों से की गई, लेकिन पथ की मरम्मत तो दूर प्राक्कलन के अनुसार पांच वर्षों तक रख रखाव के लिए अतिरिक्त राशि रहती है, उसका भी उपयोग नहीं किया जा रहा है. लेकिन विभाग के अधिकारियों की लापरवाही के कारण अभी तक पथ में लंबी-लंबी दरारें पड़ी हैं. जिससे पैदल भी चलने वालों को भी काफी कठिनाई हो रही है.
सेल की खदानों को मिला स्वर्ण पदक
स्टील अथारिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड को हैदराबाद में आयोजित क्वालिटी कांसेप्ट सर्किल के 2010 के अंतरराष्ट्रीय मिशन के तहत पुरस्कृत किया गया. सेल के सेनेटेरिल्स डिविजन की क्वालिटी सर्किल टीमों को दो स्वर्ण पदक, दो रजत और एक कांस्य पदक प्राप्त हुआ है. मालूम हो कि सेल के रिसर्च एंड डेवलपमेंट डिविजन के 5 क्वालिटी सर्किल दलों ने नई तकनीक विकसित कर खदान कार्यों को सुगम बनाते हुए समय और संसाधन की काफी बचत की है. इसके पूर्व भी आरएंडडी की टीमों को कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं. सेल की किरीबुरु खदान की समाधान और बोलानी की कोणार्क टीम को स्वर्ण पदक, गोवा की प्रगति तथा बोलानी की टीम को रजत पदक और किरीबुरु की एक और टीम उन्नति को कांस्य पदक प्राप्त हुआ है. सेल की इस उपलब्धि को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक बड़ी सफलता माना जा रहा है.
जेएसपीएल को फोर्ब्स एशिया पुरस्कार
निजी क्षेत्र की ख्यातिप्राप्त कंपनी जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड को लगातार दूसरी बार फोर्ब्स एशिया द्वारा शानदार 50 कंपनियों के अंतर्गत अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. थाइलैंड की राजधानी बैंकाक में आयोजित समारोह में एशिया के कॉरपोरेट जगत की नामचीन हस्तियों की मौजूदगी में फोर्ब्स एशिया द्वारा कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी द्वारा सुशील मारू को यह सम्मान दिया गया. सम्मान प्राप्त करने के बाद मारू ने कहा कि यह पुरस्कार प्राप्त करना कंपनी ही नहीं पूरे देश के लिये गौरव की बात है. हमारी कंपनी के लिये यह पुरस्कार प्राप्त करना विश्वस्तरीय कंपनियों के समूह में शामिल होने का प्रमाण पत्र है. उन्होंने कहा कि जेएसपीएल के संस्थापक स्व. ओपी जिंदल की दूरदर्शिता और कंपनी के कार्यकारी उपाध्यक्ष सहप्रबंध निदेशक नवीन जिंदल के कुशल नेतृत्व ने जेएसपीएल को एक विश्वस्तरीय कंपनी के रूप में पहचान दिलायी है. उन्होंने इस पुरस्कार को कंपनी की पूरी टीम के परिश्रम का परिणाम बताया.
– चौथी दुनिया ब्यूरो
पंचायत समिति की बैठक में हंगामा
कैमूर में पंचायत समिति की बैठक में शिक्षक नियोजन का मुद्दा छाया रहा. इस संबंध में पूर्व के निर्णय पर अमल न होने के कारण भारी हंगामा हुआ और दर्जन भर मुखिया ने बैठक का बहिष्कार किया. बैठक में विभागीय पदाधिकारियों पर सदन की अवमानना का आरोप लगाया और कहा कि पदाधिकारी सदन के निर्णय को दरकिनार कर अपनी मनमानी करते हैं. बताया जाता है कि पंचायत समिति की बैठक में चार माह पहले यह निर्णय लिया गया था कि जो शिक्षक प्रतिनियोजित हैं, उनका प्रतिनियोजक तत्काल रद्द किया जाण व उन्हें इनके स्कूल भेजा जाए. पर आजतक ऐसा नहीं किया गया. इस मसले को लेकर मुखिया लोगों ने भारी आक्रोश जताया.
– सोनम सिन्हा
न्याय और अधिकार से वंचित विकलांग विनोद
यह तस्वीर है विकलांग विनोद कुमार साह की. ये पिछले दो दशक से समस्तीपुर ज़िले में अनुसेवक के पद पर नियुक्ति की आस लगाए हैं. नीतीश कुमार के प्रथम कार्यकाल में समाहरणालय, अनुमंडल कार्यालय एवं अस्पतालों में 90 उम्मीदवार अनुसेवकों की नियुक्ति हो गई, लेकिन उन्हें मलाल है कि विकलांगों के प्रति सहानुभूति रखने वाली सरकार में भी वह न्याय और अधिकार से वंचित रह गये. समस्तीपुर नगर परिशद वार्ड नं.-12 काशीपुर के निवासी विनोद कहते हैं कि 12 मार्च 2010 को उसने दरभंगा प्रमंडलीय आयुक्त के जनता दरबार में न्याय की गुहार लगाई थी और प्रमंडलीय आयुक्त के सकारात्मक रवैये व आदेश के बावजूद भी तत्कालीन जिलाधिकारी असंगबा चूबा आओ ने अनुसेवकों के स्थायी नियुक्त्ति के मामले में विकलांग अनुसेवक उम्मीदवार की अनदेखी कर दी.
– अजय कुमार सिन्हा
स्टेशन पर असामाजिक तत्वों का बोलबाला
पूर्व मध्यरेल के समस्तीपुर-खगड़िया रेलखंड में अवस्थित रूसेड़ाघाट रेलवे स्टेशन पर एक्सप्रेस एवं सुपरफास्ट ट्रेनों के ठहराव की वजह से इसे महत्वपूर्ण स्टेशन माना जाता है, लेकिन रेल प्रशासन के उपेक्षापूर्ण रवैए के कारण यात्रियों के जान-माल पर हमेशा खतरा मंडरता रहता है. कारण कि सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर यहां रेल पुलिस की व्यवस्था संतोषजनक नहीं है, जिससे शाम ढलने के बाद स्टेशन परिसर में असामाजिक तत्वों का बोलबाला हो जाता है. रात के समय में यदि स्टेशन परिसर में दूरदराज के ग्रामीण क्षेत्र की महिलाएं या युवतियां मजबूरीवश रुकती हैं तो उन्हें इन असामाजिक तत्वों की मनमानी झेलनी पड़ती है. ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी स्टेशनकर्मियों को नहीं है, लेकिन वे भी समुचित सुरक्षा व्यवस्था की अनुपलब्धता के चलते मूकदर्शक बने रहना ही बेहतर समझते हैं. बता दें कि सुरक्षा व्यवस्था के नाम पर यहां जीआरपी के मात्र एक जवान की ही व्यवस्था है, जिसे स्वयं ही अपनी ही सुरक्षा की चिंता सताती रहती है.
– संजीव कुमार सिंह
सर्वदलीय आंदोलन के प्रतीक थे भाईजी
समस्तीपुर के प्रखर समाजवादी चिंतक एवं पत्रकार स्व. रामजपित राय की दशम स्मृति दिवस पर ज़िले के सामाजिक एवं राजनीतिक कार्यकर्ताओं ने स्थानीय विधि महाविद्यालय में एकत्रित होकर स्व. राय उर्फ भाईजी के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि बीते दस वर्षों में अनेकानेक सांसद, विधायक एवं जनप्रतिनिधि लोगों के सामने आए लेकिन स्व. रामजपित राय की मृत्यु से जो रिक्तता जिले में आई, उसकी भरपाई आज तक नहीं हो सकी. विधान पार्षद रोमा भारती ने स्मृति दिवस समारोह में उपस्थित ज़िले के सामाजिक-राजनीतिक कार्यकर्ताओं को विश्वास दिलाया कि स्व. पिता रामजपित राय के अरमानों के अनुरूप जिले को विकासोन्मुखी स्वरूप देने के लिए उनका तन-मन-धन का सहयोग रहेगा. स्मृति दिवस समारोह में पूर्व मंत्री रामाश्रय सहनी ने कहा कि भाईजी जिले की समस्याओं पर सर्वदलीय आंदोलन के प्रतीक थे. समस्तीपुर के युवा विधायक अख्तरूल इस्लाम शाहिन ने कहा कि जिले की समस्याओं पर रामजपित बाबू दलगत भावना से उठकर जनांदोलन किया करते थे और उनके नहीं रहने पर जिले में बिखराव की स्थिति पैदा हो गई है.
– चौथी दुनिया ब्यूरो
रिश्वतखोरी का मामला जनता दरबार पहुंचा
इंदिरा आवास में घूसखोरी के आरोप में डुमरिया पंचायत के जितेंद्र बैठा द्वारा मुख्यमंत्री के जनता दरबार में आवेदन दिया गया है. इसमें कहा गया है कि विकास मित्र मुकेश कुमार राय के द्वारा 5000 रुपए की मांग की गई है. मुख्यमंत्री जनता दरबार के निर्देश के आलोक में जिलापदाधिकारी के निर्देशानुसार अरेराज अनुमंडल पदाधिकारी विजय कुमार पांडे एवं प्रभारी बीडीओ रइसुद्दीन खां के द्वारा डुमरिया पंचायत जाकर पूछताछ की जाए. इस मामले में पांडे ने बताया गया है कि दिसंबर 2008 से आज तक किसी प्रकार की सलाह नहीं भेजी गई है. वहीं प्रखंड कार्यालय के लगभग सभी पंचायतों में इंदिरा आवास संबंधी घोर अनियमितताएं उजागर हुई हैं. किसी भी पंचायत द्वारा 2008 के बाद आजतक इंदिरा आवास की प्रतिक्षा सूची नहीं दी गई. अन्य बिंदुओं पर जांच जारी है. उधर विकास मित्र ने पूरे मामले में अपने आप को निर्दोष बताया है.
नहीं खुले धान क्रय केंद्र
संग्रामपुर प्रखंड में सरकारी मूल्य पर धान खरीद का दावा खोखला साबित हो रहा है. रबी की खेती समाप्ति पर है जबकि संग्रामपुर के किसान क्रय केन्द्र खुलने का इंतजार कर रहे हैं. सरकार पैक्स के माध्यम से भी धान की खरीददारी का दावा करती है, लेकिन इस पंचायत में अभी तक एक भी सरकारी एजेंसी द्वारा क्रय केन्द्र नहीं खोला गया है. प्रगतिशील किसान विनोद सिंह व चंद्र प्रसाद ने बताया कि घरों व खलिहानों में धान रखे हुए हैं, जिनको चूहे खा रहे हैं लेकिन इस बारे में स्थानीय प्रशासन भी मौन है. इस व्यवस्था के कारण स्थानीय व्यापारियों की चांदी कट रही है, क्योंकि मनमाने दाम पर वे किसानों से धान खरीद रहे हैं.
– अभय कुमार पांडे
ल़डकियों को देंगे बेहतर भविष्य: रंजना
सहयोग शांति की रंजना सिंह ने कहा है कि हमलोग लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाना चाहते हैं और हमारी संस्था की कोशिश यही रहती है कि जमुई की लड़कियों को इस तरह तैयार करें ताकि वे जीवन की किसी भी चुनौती का सामना कर सकें. संस्था में आने वाली लड़कियों के लिए नए साल में बेहतर भविष्य की कामना करते हुए रंजना सिंह ने कहा कि साल 2011 में सहयोग शांति की पूरी कोशिश होगी कि उन्हें हर वह हुनर दिया जाए जिससे उन्हें जिंदगी के सफर में मदद मिले. रंजना सिंह ने संस्था की प्रमुख इशा सिंह और सक्रिय सदस्य मीरा सिंह के योगदान को काफी अहम बताया.
– प्रियंका
मनोज सिंह ठोकेंगे ताल
महनार में पंचायत चुनाव की आहट होते ही सहदेई बुजुर्ग प्रखंड के जिला परिशद क्षेत्र संख्या 36 से पार्शद पद के लिए युवा लोजपा के राष्ट्रीय सचिव मनोज कुमार सिंह ने ताल ठोंक दी है. पूर्व विधायक रामा सिंह के प्रतिनिधि रहे मनोज कुमार सिंह ने कहा कि उन्हें अपने कर्म पर पूरा भरोसा है तथा क्षेत्र में उन्होंने जनता की जो सेवा की है, उसका फायदा उन्हें मिलेगा. सिंह ने कहा कि इस क्षेत्र के जो जिला पार्षद हैं, उन्हें जनता दो-दो बार देख चुकी है. अब जनता यहां बदलाव चाहती है.
– अंजुम परवेज