न्यायपालिका ! न्याय देवता नमो नमः

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देश में कानून व्यवस्था कैसे काम कर रही है और जजों के मान अपमान के दायरे कितने संकरे हैं हम आपको यह किस्त्रों में बताएँगे , पहली क़िस्त –

यह छत्तीसगढ़ के एक होनहार पुलिस अधिकारी देवनारायण पटेल और उनकी पत्नी एवम बच्चों की तस्वीर है।

देवनारायण ने पत्नी और बच्चों के साथ खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। वजह…यही कानून के रखवाले थे और सरकार बीजेपी की ही थी।

वर्ष 2014 में 23 फरवरी को जगदलपुर एडिशनल जज ए टोप्पो से पटेल का विवाद हुआ था। जगदलपुर के संगम होटल के रास्ते से एडीजे अपने घर जा रहे थे उस वक्त वहां ट्रैफिक जाम हो गया था। सीएसपी अपने सिपाहियों के साथ वहां पहुंचे और उन्होंने एडीजे को जबरदस्ती गाड़ी घुसेड़ने से मना किया।

एडीजे ने इसे प्रतिष्ठा का सवाल बना लिया और पुलिस अधिकारियों ने तुरंत एक्शन लेते हुए पटेल को निलंबित कर दिया। पटेल हैरान और निराश थे उन्होंने अपने सरकारी आवास में पत्नी को गोली मारने के बाद खुद को भी मौत के हवाले कर दिया।

अवीश तिवारी

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