दिग्गज ऑनलाइन स्ट्रीमिंग नेटफ्लिक्स और अन्य ओवर-द-टॉप (ओटीटी) के भारत में आने के बाद लोगों का रुझान बढ़ा है. ये प्लेटफार्म्स धीरे-धीरे लेकिन लगातार केबल टीवी कारोबार को खत्म कर रहे हैं. केपीएमजी की एक नई रिपोर्ट से यह जानकारी मिली है.

इसमें कहा गया है कि वित्त वर्ष 2019 में केबल और सेटेलाइट (सीएंडएस) के करीब 1.2-1.5 करोड़ सक्रिय ग्राहकों की संख्या कमी आई है. वित्त वर्ष 2019 में ग्राहकी राजस्व की वृद्धि दर अच्छी खासी 8.1 फीसदी रही, जो कि 463 करोड़ रुपये तक पहुंच गई.

केपीएमजी ने अपनी इंडियाज ‘डिजिटल फ्यूचर : मास और निचेज’ रिपोर्ट में कहा, “साल 2018 के अंत क सीएंडएस ग्राहकों की संख्या बढ़कर 19.7 करोड़ हो गई थी, जिसमें सबसे ज्यादा ग्राहक डिजिटल केबल के थे. लेकिन पिछली तिमाही में इसमें 1.2-1.5 करोड़ की गिरावट आई है.”

ग्राहकों की इस संख्या में गिरावट का मुख्य कारण ग्राहकी को रिन्यूनबल नहीं कराना, ओटीटी जैसे मनोरंजन के अन्य तरीकों की तरफ रुख करना और नए टैरिफ ऑर्डर (एनटीओ) के कारण शुल्क बढ़ना बताया जा रहा है.

रिपोर्ट में कहा गया, “इसका नतीजा है कि केबल टीवी का राजस्व पिछली तिमाही में घट गया और इसके ग्राहक केबल का ज्यादा बिल आने के कारण ओटीटी की तरफ जा रहे हैं.”

पहली तीन तिमाहियों में डीटीएच और केबल ऑपरेटर दोनों का प्रति यूजर औसत राजस्व (एआरपीयू) स्थिर रहा, जबकि आखिरी तिमाही में इसमें 10-25 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई.

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