पुरस्कार वापसी का पुरस्कार पार्ट-2
चंद दिनों पहले विश्व कविता समारोह के आयोजन के हवाले से पुरस्कार वापसी का पुरस्कार...
चंद दिनों पहले विश्व कविता समारोह के आयोजन के हवाले से पुरस्कार वापसी का पुरस्कार...
मैं अभी-अभी चार दिन की यात्रा के बाद जम्मू-कश्मीर से लौटा हूं. चारों दिन मैं...
अगर किसी पुस्तक मेले में एक दिन में एक लाख लोग पहुंचते हों, तो इससे...
पुस्तक लिखना महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि महत्वपूर्ण है कि लेखक ने अपनी पुस्तक के जरिये...
एक इंटरव्यू में गाब्रिएल गार्सिया मार्केज से जब पूछा गया था कि अगर किसी लेखक...
गीतकार, निर्देशक एवं पटकथा लेखक गुलज़ार को फिल्म जगत के सर्वोच्च सम्मान दादा साहब फाल्के...
पांडे अनिल कुमार सिन्हा सत्तू और अचार से भरी पेटी लिए अपने क्लर्क पिता की...
यूके के प्रमुख अखबार द टाइम्स ने विश्व भर में पसंदीदा शख्सियतों के नाम प्रकाशित...
हमारी भाषा हमारी संस्कृति और विरासत से जु़डी होती है. हर भाषा की ख़ास विरासत...
हर साल आयोजित दिल्ली विश्व पुस्तक मेला इस बार कई मायनों में अहम है. नेशनल...
बांग्लादेश की विवादास्पद और निर्वासन का दंश झेल रही लेखिका तसलीमा नसरीन ने एक बार...
भारतीय साहित्य के प्रमुख स्तंभ यानी उर्दू के मशहूर अ़फसानानिग़ार कृष्ण चंदर का जन्म 23...
विश्व में पुस्तक मेलों का एक लंबा इतिहास रहा है. पुस्तक मेलों का पाठकों की...
इंसान ही नहीं दुनिया की कोई भी नस्ल जल, जंगल और ज़मीन के बिना ज़िंदा...
आधुनिक उर्दू शायरी के क्रांतिकारी शायर अली सरदार जा़फरी ने अपनी क़लम के ज़रिये समाज...
बीसवीं सदी के मशहूर शायरों में जां निसार अख्तर को शुमार किया जाता है. उनका...
अनंग प्रकाशन द्वारा प्रकाशित समकालीन गीतिकाव्य : संवेदना और शिल्प में लेखक डॉ. रामस्नेही लाल...
किसी भी शख्स की जीवनी लिखना एक श्रमसाध्य काम है और अगर कोई लेखक किसी...
फैज़ अहमद फैज़ अपनी क्रांतिकारी रचनाओं के लिए जाने जाते हैं. नोबेल पुरस्कार के लिए...
83 वर्षीय सच्चिदानंद सिन्हा एक समाजवादी कार्यकर्ता, चिंतक एवं लेखक हैं. उस दौर में जब...
बॉलीवुड में रूमी जा़फरी की पहचान एक लेखक के रूप में है. कई हिट फिल्मों...
पिछले कई सालों से हिंदी में साहित्येतर विधाओं की किताबों के प्रकाशन में का़फी तेज़ी...
हिन्दी साहित्य के वर्तमान परिदृश्य में आज आलोचना और समीक्षा को लेकर ज़बरदस्त विमर्श चल...
प्रेमचंद की मशहूर कहानी पंच परमेश्वर में अलगू चौधरी और खाला के बीच एक संवाद...
हर साल 31 जुलाई हिंदी साहित्य के लिए एक बेहद ख़ास दिन होता है. इस...
मुंशी प्रेमचंद के सपनों का भारत निश्चित ही गांधी के सपनों का भारत था. गांधी...
हिंदी में प्रकाशित किसी भी कृति-उपन्यास या कहानी संग्रह या फिर कविता संग्रह को लेकर...
बात अस्सी के दशक के अंत और नब्बे के दशक के शुरुआती वर्षों की है....
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर ने अपनी मशहूर किताब संस्कृति के चार अध्याय में कहा है...
नवोदित उपन्यासकार महुआ माजी का मानना है कि साहित्यकार समाज सुधारक नहीं होता. वह सिर्फ...